बुजुर्ग मरीज के कॉम्प्लेक्स रिवीजन हिप रिप्लेसमेंट को सफलतापूर्वक दिया अंजाम
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | सर्जिकल एक्सपर्टीज का एक शानदार नमूना पेश करते हुए रीजेंसी हेल्थ कानपुर के डॉक्टरों ने एक 72 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति का एक कॉम्प्लेक्स रिवीजन हिप रिप्लेसमेंट सफलतापूर्वक किया। मरीज टूटे हुए बाइपोलर इम्प्लांट से पीड़ित था। 2019 में ऑपरेशन किए गए इस मरीज़ को इम्प्लांट के फेलियर के कारण पिछले 10 दिनों से खड़े होने या चलने में असमर्थता थी।
इस समस्या को ठीक करने के लिए डॉक्टरों ने फीमर ऑस्टियोटॉमी प्रक्रिया का उपयोग करके हड्डी से इम्प्लांट और सीमेंट को सावधानीपूर्वक हटा दिया। फिर उन्होंने इसे बदलने के लिए लॉन्ग-स्टेम फेमर प्रोस्थेसिस लगाया। पैर को स्थिर करने के लिए और ठीक से चलने के लिए सर्जरी बहुत सावधानी से की गई। मरीज अब अच्छी तरह से ठीक हो रहा है, फिर से चल रहा है, और बहुत बेहतर महसूस कर रहा है।
बाइपोलर हिप हेमीआर्थ्रोप्लास्टी हिप फ्रैक्चर के लिए इस्तेमाल होने वाली एक आम सर्जरी है, खासकर बुजुर्ग लोगों में यह सर्जरी की जाती है। इसमें दो बियरिंग वाले आर्टिफिशियल जॉइंट का इस्तेमाल किया जाता है ताकि यह लंबे समय तक चले और नुकसान कम हो। भारत में हर साल 50 और उससे ज़्यादा उम्र के 100,000 लोगों में 120 से ज़्यादा हिप फ्रैक्चर होते हैं। जल्दी और सही सर्जरी से बुजुर्ग मरीज़ों को फिर से चलने और आत्मनिर्भर रहने में मदद मिलती है।
रीजेंसी हेल्थ, कानपुर के डॉक्टर दक्ष गादी डॉक्टर दक्ष गादी, कंसलटेंट, जॉइंट रिप्लेसमेंट और ऑर्थ्रोस्कोपी ने कहा, "इस केस की सफलता रिवीजन हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी में हुई प्रगति और बुजुर्ग मरीजों को सर्वोत्तम देखभाल प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। हिप फ्रैक्चर चालढाल और जीवन की गुणवत्ता को काफी प्रभावित कर सकता है। इसलिए समय पर सर्जिकल हस्तक्षेप आवश्यक हो जाता है। सही एक्सपर्टीज और तकनीक के साथ हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि मरीज आत्मनिर्भर रहे और दर्द मुक्त जीवन जीएं।"
रीजेंसी हेल्थ कानपुर कॉम्प्लेक्स जॉइंट और हड्डी की बीमारी के प्रबंधन के लिए एडवांस्ड ट्रीटमेंट का उपयोग करते हुए उच्च गुणवत्ता वाली आर्थोपेडिक केयर प्रदान करता है।