वर्ल्ड हैंडवॉश डे पर चलाया जाएगा जन जागरुकता अभियान
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | वर्ल्ड हैंडवॉश डे के अवसर पर 15 अक्टूबर को जनपद में व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा। सुबह 10 बजे से एक साथ 2,134 आंगनबाड़ी केंद्रों, 14 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, 42 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, 259 हेल्थ वेलनेस सेंटरों, 1705 बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों, 502 माध्यमिक विद्यालयों और 590 पंचायत भवनों पर सामूहिक हैंडवॉश कार्यक्रम आयोजित होगा। इसमें हजारों बच्चे, महिलाएँ और ग्रामीणजन भाग लेंगे।इस अभियान की विशेषता तकनीक है। इसमें हाथ धोने के छह चरण शामिल हैं – सीधा (हथेली से हथेली), उल्टा (हथेली से हाथ की पीठ), मुट्ठी (उँगलियों को रगड़ना), अंगूठा (अलग से साफ़ करना), नाखून (सिरों को रगड़ना) और कलाई (अंत में धोना)। यह अभ्यास कम से कम 40 सेकेंड तक करने पर ही प्रभावी माना जाता है। तैयारियों की समीक्षा मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन ने वर्चुअल बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की और कहा कि इस बार वर्ल्ड हैंडवॉश डे प्रतीकात्मक आयोजन न होकर हर बच्चे और हर महिला तक स्वच्छता का संदेश पहुँचाने का प्रयास होगा। सभी चिन्हित केंद्रों पर आवश्यक तैयारी समय पूर्व सुनिश्चित कर ली जाए। बैठक में एसीएमओ डॉ. यू.बी. सिंह, डीआईओएस संतोष राय, बीएसए सुरजीत कुमार सिंह, डीपीओ (आईसीडीएस) प्रीति सिन्हा, डीपीआरओ मनोज कुमार और जेएसआई की प्रोग्राम ऑफिसर हुदा ज़हरा सहित अधिकारी मौजूद रहे।जिलाधिकारी का संदेश अभियान के संबंध में जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि हाथ धोने की आदत बीमारियों से बचाव का सबसे सरल और प्रभावी उपाय है। नियमित रूप से साबुन और पानी से हाथ धोने से डायरिया, सर्दी-जुकाम, फ्लू और पेट की तमाम बीमारियों का खतरा घटता है। उन्होंने कहा कि तकनीक बच्चों के लिए खेल-खेल में सीखने का तरीका है, जो स्वच्छ भारत अभियान को जनआंदोलन का रूप देती है। जिलाधिकारी ने सभी विद्यालयों और पंचायतों से अपील की कि 15 अक्टूबर को सामूहिक हैंडवॉश कार्यक्रम को उत्सव की तरह मनाएँ और स्वच्छ हाथों से स्वस्थ समाज की नींव रखें।
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