युवती और नाबालिग बहन को गुडों ने घर में घुस कर धमकाया, पुलिस ने भी टर्काया
U-आरोप: खाकी वर्दी में भी कोई धमकाने आया! कमिश्नर ऑफिस से पेशकार ने टर्काया
U-अपहरण और जानमाल तक की धमकियों के बीच परिवार की जान मुश्किल में!
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। सूबे के मुख्यमंत्री महिला सुरक्षा को तरजीह देने की बात कहते हैं। इसके बावजूद कानपुर कमिश्नरेट पुलिस में थाना स्तर पर कुछ अधिकारी सरकार की मंशा को पलीता लगाने से बाज नहीं आते। ताजा मामला महानगर के मूलगंज थानाक्षेत्र में मछलीटोला, मेस्टन रोड का है। यहां के एक बिल्डर ने पुराने मकान को खाली करवाने के लिये दुस्सहासिक कदम उठा लिया। बिल्डर के परिजन कई गुडों के साथ देर रात किरायेदार के घर में घुस गये। आरोप है कि उन्होंने घर में घुसकर परिवार की बेटियों से ना सिर्फ अभद्रता की, बल्कि बेटियों को अपहरण कर बेंच देने की धमकी दे डाली। बाप और भाई को फर्जी मुकदमों में जेल भिजवाने की भी धमकी दे गये। परिवार को और भी खौफजदा करने को अगले ही दिन कथित तौर पर कुछ वर्दीधारियों ने भी रात के अंधेरे में परिजनों को मकान खाली करने की धमकी दी।
खौफजदा परिवार की बेटियां जब एप्लीकेशन लेकर कमिश्नर के कार्यालय पहुंची, तो वहां पेशकार ने उनको कमिश्नर से मिलने तक नहीं दिया और उल्टा पीड़ित युवतियों को ही मकान खाली करने की ताकीद करके लौटा दिया। पीड़िता ने बताया कि उसके घर में माता-पिता और एक भाई व बहन को मिलाकर कुल पांच लोग हैं। पिता जाजमऊ की टेनरी में लेबरी करके गुजारा करते हैं। वो खुद इंटर की छात्रा है तो वहीं नाबालिग छोटी बहन 11वीं कक्षा में पढ़ती है। पिता और परिवार तीन पुश्तों से उस घर में रहते आ रहे हैं। मकान के पुराने तीन मालिकों की मौत के बाद टोपी बाजार में दुकान करने वाले व्यक्ति ने खरीद लिया। वो सभी तीन किरायेदार परिवारों को निकालकर यहां मल्टी स्टोरी फ्लैट बनाना चाहता है। आईजीआरएस की गई तहरीर के अनुसार 26 अप्रैल की रात में वो और अहन घर पर अकेली थीं। तभी रात 10.30 बजे अचानक ही नया चौक मिश्री बाजार में अयान अपार्टमेंट निवासी मकान के कथित मालिक मो. आरिफ की पत्नी जैनब अपने पुत्र अफनान उर्फ लकी एवं तीन-चार अज्ञात लोगों के साथ प्रार्थी के घर में जबरन घुस आये। उन्होंने मकान खाली नहीं करने पर उसे और छोटी बहन को उठा ले जाने और पिता व भाई को जेल भिजवाने की धमकियां दीं। विरोध करने पर जमकर गालीगलाज और मारपीट का प्रयास किया। फिर अगले ही रात में 8 बजे के बाद कुछ वर्दीधारी घर में आये और मकान खाली नहीं करने पर जेल भेजने की धमकी देकर चले गये। वो बुधवार सुबह शिकायत करने को परिजनों संग पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंची। वहां एप्लीकेशन देखते ही पेशकार ने भी उन्हें डपटते हुये मकान खाली करने को कहकर बिना एप्लीकेशन लिये जाने को कह दिया। अपने साथ घटी घटना को बताने का प्रयास करने पर डपट दिया। अब गरीब परिवार कहीं और छत पाने की स्थित में भी नहीं है। पुलिस में सुनवाई नहीं होने और उसपर बिल्डर से फर्जी मुकदमों की धमकियों से खौफजदा है।