एक दिन के लिए प्रियांशी बनीं प्रधानाध्यापक,पढ़ाया अनुशासन का पाठ
-आत्मनिर्भरता को उड़ान देने के लिए मिशन शक्ति के तहत हुआ कार्यक्रम
-कंपोजिट विद्यालय किनौरा में कक्षा अध्यापक व अध्यापक भी बनाई गईं छात्राएं
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ प्रिंस श्रीवास्तव
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता।मिशन शक्ति फेज पांच के तहत छात्रा को एक दिन के लिए प्रधानाध्यापक और तीन छात्राओं को सहायक अध्यापक बनाया गया।इसमें छात्राओं ने पढ़ाई के साथ पौधारोपण, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता और हैंडवाश के गुर सिखाए।उमर्दा ब्लाक के कंपोजिट स्कूल किनौरा में 192 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं।सहायक अध्यापक वैभव राजपूत ने यह कार्यक्रम मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत आत्मनिर्भरता को उड़ान देने के लिए कराया।प्रियांशी राजपूत ने बच्चों को नियमित रूप से समय पर विद्यालय पहुंचने के लिए प्रेरित किया।स्वयं स्वच्छ रहकर विद्यालय को भी स्वच्छ बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहने को कहा।मध्याह्न भोजन अवकाश से पहले उन्होंने मिड-डे-मील की गुणवत्ता को स्वयं चखा,परखा एवं जांच कर दूसरे बच्चों को भोजन करने की अनुमति दी। साथ ही पत्र व्यवहार रजिस्टर पर इंट्री की।सहायक अध्यापक ने बताया कि कक्षा 8 की 05 छात्राओं को 01 दिन के लिए अलग-अलग कक्षाओं की जिम्मेदारी दी गई। प्रियांशी राजपूत को स्कूल का प्रधानाध्यापक बनाया गया।काजल प्रथम व काजल द्वितीय और राखी को कक्षा 06, 07 व 08 का कक्षा अध्यापक बनाया गया। छात्रा मोहनी को मिड-डे मील प्रभारी बनाया गया।सभी ने एक दिन के पदेन दायित्व की शपथ ली।शपथ ग्रहण प्रधानाध्यापक कल्पना मिश्रा व सहायक अध्यापक वैभव राजपूत ने बताया कि एक दिन की प्रधानाध्यापिका बनकर छात्रा प्रियांशी राजपूत ने विद्यालय के कार्यों का बहुत अच्छे तरीके से क्रियान्वयन करने की कोशिश की।इस दौरान जितेंद्र कुमार,पूनम देवी व गीता श्रीवास्तव मौजूद रहे।